स्तनपान कराने में पिता की ज़िम्मेदारी

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मुझे यह बहुत अच्छा लगता है जब होने वाले बच्चों के पिता मेरी प्रसवपूर्व कक्षाओं में स्तनपान के बारे में बहुत सारे सवाल पूछते हैं।

हैं। मुझे यह देखकर बहुत खुशी होती है कि वे समझते हैं कि माँ का दूध उनके बच्चे के लिए सबसे अच्छा है। हालांकि वे स्तनपान नहीं करा सकते हैं  – मगर वे इसके लिए हर संभव कोशिश करने को तैयार हैं कि उनके बच्चों को पर्याप्त मात्रा में और जब तक उन्हें इसकी ज़रूरत हो, तब तक माँ का दूध मिले।

क्या बच्चे को स्तनपान कराने के लिए पिता की ज़िम्मेदारी अहम है?

हाँ। यह ज़रूरी है।

यहाँ 6 तरीके दिए गए हैं जिनसे पिता स्तनपान में अपनी ज़िम्मेदारी निभा सकते हैं

  1. ये समझना ज़रूरी है कि बच्चा क्यों रो रहा है

स्तनपान ना करने के सबसे सामान्य कारणों में से एक है कि बच्चे के पिता बच्चे का रोना सहन नहीं कर पाते। ज्यादातर पिता सोचते हैं कि रोना सामान्य बात नहीं है। और वे अपने बच्चे  के रोने को चुप कराने के लिए, माताओं को फार्मूला फीड देने के लिए कहते हैं। फार्मूला फीड देने से माँ के दूध का बनना कम हो जाता है और आगे चलकर स्तनपान खत्म हो जाता है।

स्तनपान में मदद करने के लिए – बच्चे के रोने पर बार-बार स्तनपान  कराने के लिए प्रोत्साहित करें।

  1. ऑक्सीटोसिन बढ़ाने में मदद करें

ऑक्सीटोसिन एक हार्मोन है जो स्तनपान में ख़ास भूमिका निभाता है। नई माँ के शरीर में ऑक्सीटोसिन का स्तर जितना ज़्यादा होता है – उसके लिए स्तनपान कराना उतना ही आसान होता है।

ऑक्सीटोसिन भी प्यार का हार्मोन है। और आप से मिलने वाला थोड़ा ज़्यादा प्यार और ध्यान असल में ऑक्सीटोसिन को सर्क्युलेट करने में मदद कर सकता है।

स्तनपान में मदद करने के लिए – बच्चे को दूध पिलाते समय माँ की कंधे की मालिश और दूध पिलाने के  बीच में पीठ की मालिश करें। बहुत ज़्यादा काम और बहुत कम नींद की वजह से तनावपूर्ण वातावरण को हल्का बनाने के लिए कुछ चुटकुले सुनाएँ।

  1. इस बात की ज़िद न करें कि माँ और बच्चा पूरी रात सोएँ

माँ के दूध की मात्रा बढ़ाने के लिए रात में दूध पिलाना ज़रूरी है क्योंकि रात में ज़्यादा प्रोलैक्टिन निकलता है।

स्तनपान में मदद करने के लिए – इस बात पर ज़ोर न दें कि माँ और बच्चा पूरी रात सोएँ। उठें और रात में दूध पिलाने की प्रक्रिया  में भाग लें । जीवन भर के लिए यादें बनाएं।

  1. दूध पिलाने से पहले और बाद में डायपर बदलने में मदद करें

बच्चे की देखभाल में बहुत काम होता है। और यह वास्तव में नई माँ को थका सकता है जिसके चलते तनाव हो सकता है साथ ही माँ का दूध बनने में कमी आ सकती है।

स्तनपान में मदद करने के लिए – डायपर बदलने में मदद करें। हर बार स्तनपान के बाद दो से तीन बार तक डायपर बदले जाते हैं। और आपका साथ इस काम को कम कर सकता है।

  1. पौष्टिक भोजन बनाकर दें

ज़्यादातर नई माताओं के पास भोजन के बीच खाने का समय नहीं होता, खाना बनाना तो दूर की बात है।

स्तनपान में मदद करने के लिए – पौष्टिक भोजन पकाएं और उन्हें फ़ीड के बीच परोसें।

  1. बच्चे को पंप किया दूध पिलाएं

  1. एक बार चौथे महीने तक माँ के दूध की मात्रा पूरी हो जाने के बाद, ब्रेस्ट में बचे अतिरिक्त दूध को पंप किया जा सकता है। दूध को पंप करके निकालने के लिए और फ्रिज में स्टोर करने के लिए नई माँ को ब्रेस्ट पंप का इस्तेमाल करने के लिए प्रोत्साहित करें।

स्तनपान में मदद करने के लिए- बच्चे को पंप किया दूध खुद पिलाएं ताकि नई माँ को सोने, आराम करने और अपनी पसंद की कुछ चीजें करने के लिए कुछ समय मिल सके। और इससे आपको अपने बच्चे के साथ समय बिताने और रिश्ता मजबूत करने का मौका मिलता है।

माँ का दूध आपके बच्चे के लिए बहुत जरूरी है। स्तनपान कराते समय कुछ मुश्किल होने पर कभी भी असहाय महसूस न करें और माँ और बच्चे से खुद को अलग ना करें । आप जो कुछ भी कर सकते हैं उसे समझें और वो सब अच्छे से करें ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि आपके बच्चे को माँ का दूध मिले और उसे जीवन में सबसे अच्छी शुरुआत मिले।

डॉ देबमिता दत्ता एमबीबीएस, एमडी

द्वारा

डॉ देबमिता दत्ता एक पेशेवर डॉक्टर हैं, पेरेंटिंग सलाहकार (कंसल्टेंट) हैं और वेबसाइट डब्ल्यूपीए whatparentsask.com की संस्थापक हैं – वह बैंगलोर में स्थित हैं और स्कूलों और कॉर्पोरेट संगठनों में पेरेंटिंग वर्कशॉप आयोजित करती हैं। वह गर्भवती माता-पिताओं के लिए ऑनलाइन और ऑफलाइन प्रसवपूर्व कक्षाएं और हाल में बने माता-पिताओं के लिए शिशु देखभाल की कक्षाएं भी आयोजित करती हैं।

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