हमें यह सुनिश्चित करना चाहिए कि हमारे बच्चे अलग-अलग रंग के फल और सब्जियां खाएं।
ऐसा इसलिए है क्योंकि अलग-अलग रंग के फलों और सब्जियों में अलग-अलग पोषक तत्व होते हैं। और जब वे ऐसे सभी रंग मिलाकर खाते हैं, तो बच्चों को वे सभी पोषक तत्व मिलते हैं जिनकी उन्हें ज़रूरत होती है।
माता-पिता के लिए बच्चों को उन सभी पोषक तत्वों को खिलाना आसान बनाने के लिए जिनकी उन्हें आवश्यकता है – डॉक्टर अक्सर कहते हैं – “बस एक इंद्रधनुष खाएं”।
बच्चों को कौन से रंग के फल और सब्जियाँ खानी चाहिए?
अगर संभव हो तो बच्चों को रोज़ बैंगनी, इंडिगो (गहरा नीला), हरा, पीला, नारंगी, लाल और सफेद रंग की सब्जियां और फल खाने चाहिए।
हरा
वे सब्जियां जो गहरे हरे रंग की होती हैं, आयरन, कैल्शियम, पोटेशियम और मैग्नीशियम जैसे मिनरल्स से भरपूर होती हैं। वे विटामिन के, विटामिन सी, विटामिन ई एवं कुछ बी विटामिन भी प्रदान करते हैं।
हरी सब्जियों में भरपूर मात्रा में विटामिन और मिनरल्स होने के कारण हर दिन हरी सब्जियां खाना जरूरी है।
आपकी प्लेट में हरा रंग शामिल करने के लिए मैं सुप्रीम ग्रीन पालक कटलेट की रेसिपी शेयर कर रही हूँ।
सामग्री इस प्रकार है:
मोटे कटे हुए, पालक के पत्ते
1/2 कप उबले और मैश किए हुए, आलू
2 कप थोड़ी कम उबली और मैश की हुई, चना दाल
2 बड़े चम्मच, कसा हुआ अदरक
नमक, स्वादानुसार
घी, 1 बड़ा चम्मच
बेसन, 1 बड़ा चम्मच
विधि:
1. आलू को 2 सीटी आने तक पका लें। इन्हें ठंडा करके मैश कर लें।
- चना दाल को लगभग एक घंटे के लिए भिगो दें, जब तक कि यह आकार में बढ़े न हो जाएं । दो सीटी आने तक प्रेशर कुक कर लें और ठंडा होने के लिए अलग रख दें।
- एक कड़ाही में पालक के पत्तों को एक टेबल स्पून पानी के साथ डालकर सुखा लें। एक बार जब पत्ते सूख जाएं, तो अतिरिक्त पानी निकाल दें, और इसे ठंडा होने दें। ठंडा होने के बाद बारीक पीस लें।
- मैश किए हुए आलू के मिश्रण में उबली हुई चना दाल डालें। पालक की प्यूरी मिला लें। नमक और कद्दूकस किया अदरक डालकर अच्छी तरह मिला लें।
यदि यह बहुत ज़्यादा चिपचिपा है, तो थोड़ा अधिक बेसन डालें।
- इन्हें छोटी-छोटी टिक्कीयों का आकार दें।
- कड़ाही में घी गरम करें। एक बार गर्म होने के बाद, टिक्की को ग्रिल करें। बाहर से क्रिस्पी होने तक दोनों तरफ से पकाएं।
उपरोक्त रेसिपी वीडियो के लिए नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक करें –
https://www.youtube.com/watch?v=511coBA2TQ4&list=PLSijh59RPVTJOsy9K-UsKK8zMeOEez2av&index=14&t=8s
ध्यान दें – इसे आप 10 महीने के बच्चे को भी बिना नमक के परोस सकते हैं।
अपने बच्चे को कोई भी नया आहार देने से पहले हमेशा अपने डॉक्टर से जाँच कराएँ। अपने बच्चे को पहले सभी सामग्रियों को अलग-अलग बताये गए तरीके से खिलाएं और फिर अगर आपका बच्चा बिना किसी परेशानी के सभी सामग्री को खा सकता है तो इस व्यंजन को परोसें।
डॉ. देबमिता दत्ता एमबीबीएस, एमडी
द्वारा
डॉ. देबमिता दत्ता एक पेशेवर डॉक्टर, पेरेंटिंग कंसल्टेंट (पालन-पोषण सलाहकार) और वेबसाइट डब्ल्यूपीए whatparentsask.com की संस्थापक हैं – वह बैंगलोर में स्थित हैं और स्कूलों एवं कॉर्पोरेट संगठनों के लिए बच्चों के पालन-पोषण पर ऑनलाइन और ऑफलाइन पेरेंटिंग कार्यशालाएं आयोजित करती हैं। वह बच्चों की उम्मीद करने वाले माता-पिता के लिए ऑनलाइन और ऑफलाइन प्रसवपूर्व कक्षाएं और नए माता-पिता के लिए शिशु देखभाल कक्षाएं भी आयोजित करती हैं।