पेरेंटिंग (पालन-पोषण) की यात्रा एक रोमांचक और सुंदर यात्रा है – जब आपके पास अपनी जरूरतों पर खर्च करने के लिए पर्याप्त पैसा हो और अपनी जरूरतों को पूरा करने के लिए कुछ बचा हो।
मेरी प्रसवपूर्व और पेरेंटिंग कक्षाओं में मिलने वाले अधिकांश माता-पिता आर्थिक रूप से जानकार होते हैं और उन्होंने अपने वित्त की योजना इस तरह से बनाई है कि वे आसानी से अपने बच्चे के लिए आवश्यक चीजें उपलब्ध करा सकें और कुछ विलासिता में भी शामिल हो सकें।
हालांकि, मैं अलग-अलग सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर अपने ऑनलाइन बातचीत के दौरान कुछ माता-पिता से मिलती हूं – जो विभिन्न खर्चों को पूरा करने के लिए संघर्ष कर रहे हैं। और उनके संघर्ष का कारण यह नहीं है कि वे गरीब हैं – बल्कि इसलिए कि उन्होंने एक खराब वित्तीय योजना बनाई है।
उन परिवारों के साथ काम करने के मेरे अनुभव से जो बच्चों की उम्मीद कर कर रहे हैं और 1 से 3 साल के बच्चों का पालन-पोषण कर रहे हैं – यहां कुछ सुझाव दिए गए हैं।
क: अपनी गर्भावस्था की योजना बनाने से पहले
- अपने सभी लोन और ईएमआई का भुगतान करने की कोशिश करें।
- अगर बच्चा पैदा होने के बाद, आप कम से कम 6 महीने के लिए नौकरी छोड़ने के बारे में सोच बना रही हैं – एक ही वेतन पर जीवन यापन करने की कोशिश करें और दूसरे वेतन को बचाएं। इससे आपको अपने घरेलू बजट की योजना बनाने में मदद मिलेगी और बाद के लिए भी आपके पास कुछ पैसा जमा होगा।
ख: अपनी गर्भावस्था से संबंधित खर्चों की योजना बनाएं
जब आप अपनी गर्भावस्था योजना से संबंधित खर्चों की तैयार कर रही हों, तो अपने आप से निम्नलिखित सवाल पूछें:
- क्या मेरा हेल्थ इंश्योरेंस, मैटरनिटी बेनिफिट देता है? अगर हाँ – तो कितना।
- क्या मैं अपनी कंपनी के ग्रुप हेल्थ कवर का इस्तेमाल कर सकती हूं?
- क्या मुझे डिलीवरी से पहले और बाद के खर्चों को कवर करने के लिए लिक्विड फंड में निवेश करने की जरूरत है?
- मुझे कितनी मैटरनिटी /पैटर्निटी लीव मिल सकती हैं?
- क्या मुझे मेडिकल लीव या प्लांड लीव लेनी होंगी? छुट्टी का भुगतान किया जाएगा या भुगतान नहीं किया जाएगा?
- मैं अपने बच्चे को जिस पीडीअट्रिशन को दिखाना चाहती हूं, क्या वह मेरी इंश्योरेंस पॉलिसी द्वारा कवर किया गया है?
ग: बच्चा पैदा होने के बाद एहतियाती कदम उठाएं
- फैमिली हेल्थ इंश्योरेंस लें जिसमें आपका बच्चा भी शामिल हो।
- सुनिश्चित करें कि आपके फैमिली हेल्थ इंश्योरेंस में टीके भी कवर होते हों। हो सकता है कि यह कॉर्पोरेट प्लान में उपलब्ध न हो।
- अपने लिए टर्म लाइफ इंश्योरेंस खरीदें। आपको ऐसा टर्म इंश्योरेंस चुनना चाहिए जो आपकी सालाना आय का कम से कम 8 से 10 गुना हो। टर्म इंश्योरेंस के अलावा अन्य प्लान महंगे और अप्रभावी हैं।
- अचानक नौकरी छूटने/बदलने की स्थिति में कम से कम 6 महीने से लेकर 1 साल तक के लिए आपके परिवार की ज़रूरतों को पूरा करने वाली राशि के लिए एक फिक्स्ड डिपॉज़िट(सावधि जमा) बनाएँ।
- एक वसीयत बनाएं और स्पष्ट रूप से बताएं कि आपकी मृत्यु होने पर आपके पैसे का क्या होगा। यह भी स्पष्ट करें कि आपके बच्चे के बड़े होने तक आपके बच्चे के अभिभावक कौन होंगे।
- यदि आप किसी प्रोविडेंट फंड में जमा नहीं कर रहे हैं – अभी शुरु करें।
घ: एक घरेलू बजट और एक बेबी बजट बनाएं
- अपनी आय का कम से कम 50% घरेलू खर्चों में खर्च होने के लिए तैयार रहें।
- अपने बच्चे के बजट को 5 भागों में बाँटे।
भाग 1 – बेबी प्रोडक्ट (कार की सीट की तरह एक बार खरीदने वाले प्रोडक्ट)
भाग 2 – बेबी प्रोडक्ट (डायपर जैसी बार-बार खरीदने की चीज़ों के लिए)
भाग 3 – बेबी सर्विस (बाल देखभाल आदि के लिए)
भाग 4 – आपके बच्चे के भविष्य को सुरक्षित करने के लिए फाइनेंशियल प्रोडक्ट ( जैसे बीमा पॉलिसी और फिक्स्ड डिपॉज़िट)
भाग 5 – बच्चे से संबंधित वित्तीय लक्ष्यों (जैसे एसआईपी) तक पहुंचने के लिए निवेश
- प्रीस्कूल एडमिशन जैसे अल्पकालिक लक्ष्यों के लिए – आवर्ती जमा (रेकरिंग डिपॉज़िट) चुनें।
- कॉलेज में एडमिशन लेने जैसे लंबी अवधि के लक्ष्यों के लिए – एसआईपी में निवेश करें।
अपने वित्त की अच्छी योजना बनाएं और पेरेंटिंग (पालन-पोषण) का आनंद लें !!
द्वारा
देबमिता दत्ता एक पेशेवर डॉक्टर, पेरेंटिंग सलाहकार (कंसल्टेंट) और वेबसाइट डब्ल्यूपीए whatparentsask.com की संस्थापक हैं – वह बैंगलोर में स्थित हैं और स्कूलों और कॉर्पोरेट संगठनों में पेरेंटिंग वर्कशॉप आयोजित करती हैं। वह गर्भवती माता-पिताओं के लिए ऑनलाइन और ऑफलाइन प्रसवपूर्व कक्षाएं और हाल में बने माता-पिताओं के लिए शिशु देखभाल की कक्षाएं भी आयोजित करती हैं।